शुभ प्रभात
सुबह हुई सुंदर मतवाली,
दूर हुआ नभ से तम अब तो
दिखने लगी पूरब में लाली।
चिड़िया चहकी कलिया महकी।
महक उठी डाली हर डाली ।
भंवरे मस्त मगन फूलों पर ,
सुबह की सुंदर छवि निराली।
उठो जगो उत्साह बढाओ,
मिल जाएंगी तुमको खुशहाली ।।
#विन्ध्य प्रकाश मिश्र विप्र