शुभ प्रभात मित्रो !
शुभ प्रभात मित्रो !
धन का सर्वश्रेष्ठ उपयोग दान है भोग
नहीं । दुनिया में हमारा कुछ भी नहीं है
जो कुछ भी दृष्टव्य है सब प्रभु का है ।
तेरा तुझको अर्पण का भाव यदि मन में समा जाये तो जीवन धन्य है ।
जय श्री राधे !
जय श्री कृष्ण !
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