शुद्धिकरण
चुनाव नजदीक थे। प्रचार जोर – शोर से जारी था। सभी दल अपनी जीत के लिये चुनावी – रैलियों में व्यस्त, अपने – अपने दल के प्रचार में जुटे हुए थे। ऐसी ही एक प्रचार रैली में नेताजी किसी पिछड़े गाँव के दौरे के अन्तर्गत एक ग्रामीण के यहाँ भोजन करके लौट रहे थे। मीडिया पर उनके दौरे का अत्यधिक प्रचार चल रहा था। दौरे एवं ग्रामीण – गृह में भोजन को लेकर विरोधी – दलों व बुद्धिजीवियों के मध्य चैनलों पर घमासान मचा था।
भोजन समाप्त कर समर्थकों की भीड़ को चीरते हुए जिन्दाबाद के नारों के मध्य नेताजी ज्यों ही अपनी गाड़ी में सवार हुए, करीब बैठते हुए सहायक ने सूचित किया। घर से मैडम का फोन था। कहा है कि वापिस लौटते हुए सर्किट हाउस में रुक कर स्नान कर पंडितजी से शुद्धिकरण की पूजा करा लीजियेगा अन्यथा परिवार के सभी सदस्य आपके विरुद्ध अनशन पर बैठ जायेंगे।
रचनाकार :- कंचन खन्ना,
मुरादाबाद, (उ०प्र०, भारत)।
सर्वाधिकार, सुरक्षित (रचनाकार)।
दिनांक :- ०७/०४/२०२१.