“शीशा और रिश्ता बड़े ही नाजुक होते हैं
“शीशा और रिश्ता बड़े ही नाजुक होते हैं
लेकिन दोनों में एक फर्क होता हैं
शीशा गलती से टूटता हैं और गलतफहमी से रिश्ता”
“शीशा और रिश्ता बड़े ही नाजुक होते हैं
लेकिन दोनों में एक फर्क होता हैं
शीशा गलती से टूटता हैं और गलतफहमी से रिश्ता”