शीर्षक: मैं वोट हूँ
शीर्षक:मैं वोट हूँ
मैं आपकी वोट हूँ
आज अपने जज्बात खोल रही हूँ
मन ही मन मैं रो भी रही हूँ
मैं वोट हूँ आपके लोकतंत्र की आन बान शान
प्रत्येक व्यक्ति को पहचान देती हूँ
उसको भारतीयता की गोद मे जन्मा,खेला
उस सब की पहचान मैं देती हूँ
और हर चुनाव में गरीबो को सम्मान दिलवाती हूँ
उनके दर पर नेताओ के पवित्र चरणों को
पहुंचाने का कठिन काम भी मैं ही करती हूँ
गरीब के घर खाना उनके चरण तक धुलवाने
तक का काम भी मैं बखूबी नेताओ से करवा लेती हूँ
मैं आपकी वोट हूँ
आज अपने जज्बात खोल रही हूँ
मन ही मन मैं रो भी रही हूँ
अपनो को ही हिन्दू मुस्लिम में बांट कर
डराकर अपना स्वार्थ साधते नेताओ को देख रही हूँ
कभी कभी बिकती भी हूँ,
कभी डरा कर भी डलवा दी जाती हूँ
इन दिनों मुझ पर उत्सव सा माहौल भी देखती हूँ
नेताजी को सब के सामने झूठे वादे करते भी देखती हूँ
दिनप्रतिदिन नेताओ की भाषा के स्तर को
नीचे गिरता देख रही हूँ
सफेद कपड़ो के पीछे गंदा व्यक्तित्व साफ देख रही हूँ
मैं आपकी वोट हूँ
आज अपने जज्बात खोल रही हूँ
डॉ मंजु सैनी
गाज़ियाबाद