Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Oct 2023 · 1 min read

शीर्षक -मातृभूमि के लाल

शीर्षक -मातृभूमि के लाल!
———————–
हम सभी मिल दो अक्टूबर को,
गांधी, शास्त्री जयंती को मनाएं।
भारतवासी हम सभी मिलकर,
इनके नाम प्रेम का दीप जलाएं।।

भारत की मातृभूमि में जन्मे,
बापू और लाल बहादुर।
देश की आजादी में सदा,
आगे रहे हमारे यह बहादुर।।

सत्यमार्ग पर चलने की,
सभी को सीख दे गए बापू।
शांति, अंहिसा और प्रेम,
जगत में फैलाए थे बापू।।

जय-जवान जय-किसान,
लाल बहादुर का नारा था।
उनके अटल इरादों से,
‘पाक, हिन्द से हारा था।।

बापू के आदर्शों और, शास्त्री
जी के पथ में कदम बढ़ाएं।
अपने देश को विकसित कर,
नए पथ पर आगे बढ़ते जाएं।

बापू, बहादुर के पदचिन्हों पर जाएं,
और अपने देश का हम मान बढ़ाएं।
युगों -युगों में होते हैं, पैदा लाल ऐसे,
लाल बहादुर और, महात्मा गांधी जैसे।

अपना सर्वस्व जीवन किया न्योछावर,
अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए।
जन-जन के हृदय में दोनों बसते हैं,
राष्ट्रभक्ति और देश की आजादी लिए।

रघुपति राघव राजा राम बापू बोले,
देशवासी सभी मिलकर गाएं।
जय-जवान जय-किसान का नारा,
सभी मिलजुल हृदय से लगाएं।।

दोनों महान विभूतियों को हम
शत् – शत् नमन करते हैं।
और हृदय से वंदन करते हैं!!

सुषमा सिंह*उर्मि,,
कानपुर

Language: Hindi
116 Views
Books from Sushma Singh
View all

You may also like these posts

आज ईद का दिन है
आज ईद का दिन है
Jyoti Roshni
बेटियां होती है पराई
बेटियां होती है पराई
Radha Bablu mishra
**नेकी की राह पर तू चल सदा**
**नेकी की राह पर तू चल सदा**
Kavita Chouhan
रिश्ते की नियत
रिश्ते की नियत
पूर्वार्थ
आखिर तो हूँ एक
आखिर तो हूँ एक "परिंदा"
पंकज परिंदा
चाय
चाय
Rajeev Dutta
शहीदे आजम भगत सिंह की जीवन यात्रा
शहीदे आजम भगत सिंह की जीवन यात्रा
Ravi Yadav
'मै समझता हूं कि आखिर में सबकुछ जाने देने का नाम ही जिंदगी ह
'मै समझता हूं कि आखिर में सबकुछ जाने देने का नाम ही जिंदगी ह
Iamalpu9492
या खुदाया !! क्या मेरी आर्ज़ुएं ,
या खुदाया !! क्या मेरी आर्ज़ुएं ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
जो पास है
जो पास है
Shriyansh Gupta
प्यारी बहना जन्मदिन की बधाई
प्यारी बहना जन्मदिन की बधाई
Akshay patel
जीवन और महाभारत
जीवन और महाभारत
Suryakant Dwivedi
नववर्ष (व्यंग्य गीत )
नववर्ष (व्यंग्य गीत )
Rajesh Kumar Kaurav
"पत्नी और माशूका"
Dr. Kishan tandon kranti
चाँद को चोर देखता है
चाँद को चोर देखता है
Rituraj shivem verma
* मन में कोई बात न रखना *
* मन में कोई बात न रखना *
surenderpal vaidya
राजनीतिक गलियारों में लोग किसी नेता के मरने के बाद मातम मानत
राजनीतिक गलियारों में लोग किसी नेता के मरने के बाद मातम मानत
Rj Anand Prajapati
हे सर्वस्व सुखद वर दाता
हे सर्वस्व सुखद वर दाता
Bharti Das
वे वादे, जो दो दशक पुराने हैं
वे वादे, जो दो दशक पुराने हैं
Mahender Singh
मेरी भी कहानी कुछ अजीब है....!
मेरी भी कहानी कुछ अजीब है....!
singh kunwar sarvendra vikram
देर मी ही अंधेर
देर मी ही अंधेर
Mukund Patil
दोस्त
दोस्त
Neeraj Agarwal
सब्जियाँ
सब्जियाँ
विजय कुमार नामदेव
■ मानवता से दानवता की ओर जाना काहे का विकास?₹
■ मानवता से दानवता की ओर जाना काहे का विकास?₹
*प्रणय*
हरतालिका तीज
हरतालिका तीज
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
काश ! ! !
काश ! ! !
Shaily
गुरु चरणों की धूल
गुरु चरणों की धूल
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
*अद्वितीय गुणगान*
*अद्वितीय गुणगान*
Dushyant Kumar
*गठरी धन की फेंक मुसाफिर, चलने की तैयारी है 【हिंदी गजल/गीतिक
*गठरी धन की फेंक मुसाफिर, चलने की तैयारी है 【हिंदी गजल/गीतिक
Ravi Prakash
खामोश दास्ताँ
खामोश दास्ताँ
Ragini Kumari
Loading...