शीर्षक: पापा मेरे खुशियां मेरी
शीर्षक: पापा मेरे खुशियां मेरी
मेरी तो मुस्कान थे मेरे प्यारे पापा
मेरे होठों की हँसी खुशी थे मेरे पापा
मेरी आँखों में खुशी व चमक थे मेरे पापा
पापा मेरे थे तो खुशियां थी मेरी
आज जो हूँ आपकी बदोलत हूँ पापा
आप ईश्वर से कम नही हो मेरे लिए पापा
क्योकि मेरी ज़िन्दगी की सारी खुशी आप पापा
पापा मेरे थे तो खुशियां थी मेरी
मेरा तो यह जीवन ही आपकी बदोलत है पापा
हँसते व हंसाते चल रहा था साथ आपका पापा
मेरे लिये खुशिया लाते थे बस मेरे पापा
पापा मेरे थे तो खुशियां थी मेरी
जब मे रुठ जाती थी तो आप मनाते थे पापा
गुडिया सा खिलौना थी आपके लिए पापा
और मेरे प्यारे दोस्त भी आप ही हुआ करते थे पापा
पापा मेरे थे तो खुशियां थी मेरी
वो किस्मत वाले होते हैं साथ जिनके होते हैं पापा
आप मुझे अकेला छोड़ क्यो चले गए दूर पापा
साथ आप आज होते तो बात कुछ और होती पापा
पापा मेरे थे तो खुशियां थी मेरी
डॉ मंजु सैनी
गाज़ियाबाद