Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Jun 2022 · 1 min read

शीर्षक: कभी खुशी कभी ग़म पापा

शीर्षक: कभी खुशी कभी ग़म पापा

ख़ुशी की बात आप ने की परवरिश मेरी
खून पसीने से सभी इच्छाए की पूर्ण मेरी
नही होने दिया किसी भी कमी का अहसास
बस लगे रहे जीवन भर मेरी पूर्ति में
कभी भी नही झलकाया अपना दुख दर्द
लगे रहे जीवन भर मेरी खुशियो को एकत्र करने में
बस खुशी यही कि मैं एक ईमानदार पिता की बेटी
अपने पर गर्व करती हूँ सौभाग्य समझती हूँ
ईश्वर की असीम अनुकम्पा रही मुझपर जो
आपसे पापा के रूप में आप मिले मुझे

और ग़म की बात कि अब आप नही सदृश्य मेरे
अनहोनी को कोई टाल नही सकता है
न जाने अनजाने से हो गए आप मुझसे
क्यो रूठ कर चल दिये बिन मिले ही मुझसे
अब आप साथ नही मेरे पर संस्कार रूप में
सदैव संग संग हो मेरे हर कार्य मे संग संग
आपकी बात आज भी गठबंधन की हुई है मैने
नही छोड़ सकती आपकी बिटिया आपका संस्कार
आपका दिया नेह नही भूल सकती कभी
और आपकी हर बात मेरे लिए सबक हैं अब
बस आप साथ नही है परोक्ष रूप में मेरे पास
डॉ मंजु सैनी
गाज़ियाबाद

1 Like · 254 Views
Books from Dr Manju Saini
View all

You may also like these posts

उनसे कहना वो मेरे ख्वाब में आते क्यों हैं।
उनसे कहना वो मेरे ख्वाब में आते क्यों हैं।
Phool gufran
रखी हुई है अनमोल निशानी, इक सुन्दर दुनिया की,
रखी हुई है अनमोल निशानी, इक सुन्दर दुनिया की,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
शुभांगी छंद
शुभांगी छंद
Rambali Mishra
बीहनि कथा-
बीहनि कथा-"अंडरवियर"
मनोज कर्ण
हे मनुष्य बड़ा लोभी है तू
हे मनुष्य बड़ा लोभी है तू
Vishnu Prasad 'panchotiya'
अपनी राह
अपनी राह
Ankit Kumar Panchal
I'd lost myself
I'd lost myself
VINOD CHAUHAN
होली, नौराते, गणगौर,
होली, नौराते, गणगौर,
*प्रणय*
चाहे हमें तुम कुछ भी समझो
चाहे हमें तुम कुछ भी समझो
gurudeenverma198
कल आज और कल
कल आज और कल
Mahender Singh
“मिजाज़-ए-ओश”
“मिजाज़-ए-ओश”
ओसमणी साहू 'ओश'
अनपढ़ को अंधेरे से उजाले की तरफ,, ले जाने वाले हमारे प्यारे श
अनपढ़ को अंधेरे से उजाले की तरफ,, ले जाने वाले हमारे प्यारे श
Ranjeet kumar patre
मार्केटिंग
मार्केटिंग
Shashi Mahajan
भाग्य
भाग्य
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
4184💐 *पूर्णिका* 💐
4184💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
जीवन ये हर रंग दिखलाता
जीवन ये हर रंग दिखलाता
Kavita Chouhan
धैर्य बनाए रखना
धैर्य बनाए रखना
Rekha khichi
मंज़र
मंज़र
अखिलेश 'अखिल'
बस यूँ ही...
बस यूँ ही...
हिमांशु Kulshrestha
ज़िंदगी
ज़िंदगी
Dr. Rajeev Jain
राम-वन्दना
राम-वन्दना
विजय कुमार नामदेव
कहते  हैं  रहती  नहीं, उम्र  ढले  पहचान ।
कहते हैं रहती नहीं, उम्र ढले पहचान ।
sushil sarna
*यदि उसे नजरों से गिराया नहीं होता*
*यदि उसे नजरों से गिराया नहीं होता*
sudhir kumar
पड़ जाएँ मिरे जिस्म पे लाख़ आबले 'अकबर'
पड़ जाएँ मिरे जिस्म पे लाख़ आबले 'अकबर'
Dr Tabassum Jahan
यह रात का अंधेरा भी, हर एक  के जीवन में अलग-अलग महत्व रखता ह
यह रात का अंधेरा भी, हर एक के जीवन में अलग-अलग महत्व रखता ह
Annu Gurjar
आजादी का शुभ दिन आज आया हैं
आजादी का शुभ दिन आज आया हैं
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
रंगीन सी जिंदगी
रंगीन सी जिंदगी
Shutisha Rajput
"लिख सको तो"
Dr. Kishan tandon kranti
जिन्दगी परिणाम कम परीक्षा ज्यादा लेती है,खुशियों से खेलती बह
जिन्दगी परिणाम कम परीक्षा ज्यादा लेती है,खुशियों से खेलती बह
पूर्वार्थ
**माटी जन्मभूमि की**
**माटी जन्मभूमि की**
लक्ष्मण 'बिजनौरी'
Loading...