शीर्षक:साथ अपनो का
शीर्षक:साथ अपनो का
जीवन के मायने अगर है समझन
तो परिवार का साथ होना हैं जरूरी
जीवन नैया आसानी से पार लगाना
जिंदगी सिर्फ जीने का नाम नही
अपनो के साथ निराली हैं जिंदगी
हमारी ज़िन्दगी में क्या मायने है अपनो के
काश ! आज हम ये संस्कार दे पाते
अपनी भटकी हुई सी युवा पीढ़ी को
समझा पाते उन्हें अपनो की कीमत
तो कुछ और बात होती आज
कैसे हम जीवन की सरलता को
बताए अपने ही शब्दों में क्योंकि
हम देना भूले अपनी युवा पीढ़ी को
मकसद सिखाया बस पैसा कमाना
सब साथ होते है तो मैं हम होता हैं
अपनो से अलग हम भी वैसे ही हैं जैसे
जैसे सूख पेड़ से पत्ता गिर जाता हैं
ओर उसकी कीमत कुछ नही रहती
गर, तुम समझ सको जीवन को
तो कुछ और बात होती
बात मंज़िल की नहीं कि हमे जाना कहाँ हैं
रास्तों की भटकन समझ आती हैं
जब साथ अपनो का होता हैं
वे ही हमारे हमसफ़र बन जाते हैं
ओर बात कुछ निराली हो जाती हैं
डॉ मंजु सैनी
गाज़ियाबाद