शीर्षक:योग और संगीत
शीर्षक:योग और संगीत
सेहत के दो ही ठहरे मीत ,योग और संगीत
संगीत विधा में शुद्धता,यही शास्त्रीय रीत
स्वरों के माध्यम से मन को साधना
मात्र यही उपाय संगीत
‘योग’ से मनुष्य शरीर, मन और मस्तिष्क को साधता
तभी तो दोनो में समानता और फिर ये
सेहत के दो ही ठहरे मीत ,योग और संगीत
संगीत का उद्देश्य मनोरंजन कर मन को भंजना
योग का अपना उद्देश्य शरीर व मन को शुद्धता देना
संगीत शास्त्र व आध्यात्मिक एक-दूसरे से जुड़ना
क्योंकि दोनों का उद्देश्य समान आत्म साक्षात्कार
मन की, मस्तिष्क की एकाग्रता, बनाये रखना
प्रसन्नचित्त व्यक्तित्व योग शास्त्र की देंन
तभी तो दोनो में समानता और फिर ये
सेहत के दो ही ठहरे मीत ,योग और संगीत
डॉ मंजु सैनी
गाज़ियाबाद