Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Jun 2022 · 1 min read

शीर्षक:पापा संग खुशियां अपार

शीर्षक:पापा संग खुशियां अपार

पापा आप संग खुशियां मिलती थी
खुशियां अपार,प्यार मिलता था अपार
आप साक्षात थे तो सुकून मिलता था अपार
आपसे तो मुझे तब मिलता था भरपूर दुलार
पापा संग खुशियां थी मेरी अपार

बस पापा का प्यार था संग नही थी कोई चाह
सारी खुशी मिल जाती थी पापा संग हर राह
जब मिलता था पापा का प्यार सरे राह
मेरे होठों को हंसी मिलती थी हर क्षण वहाँ
पापा संग खुशियां थी मेरी अपार

मेरी पहचान मेरे पिता की वजह से थी
पापा आप मेरा वो गुरूर हुआ करते थे
कोई नहीं तोड़ सकता वो नाता हुआ करते थे
आप मेरी जीवन के खेवनहार हुआ करते थे
पापा संग खुशियां थी मेरी अपार

पूरी करते हर मेरी इच्छा जो भी होती थी
आप जैसा नहीं कोई ओर कभी हुआ ही नही
मुझे दुलारते मेरे पापा स्नेह से डाँटते तो कभी नही
मेरे प्यारे प्यारे पापा सिर्फ मेरे किसी ओर के नही
पापा संग खुशियां थी मेरी अपार

डॉ मंजु सैनी
गाज़ियाबाद

1 Like · 226 Views
Books from Dr Manju Saini
View all

You may also like these posts

ग़ज़ल
ग़ज़ल
प्रीतम श्रावस्तवी
मेरे पिता क्या है ?
मेरे पिता क्या है ?
रुपेश कुमार
प्रेम
प्रेम
Satish Srijan
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
हर किसी पे भरोसा न कर ,
हर किसी पे भरोसा न कर ,
Yogendra Chaturwedi
समय एक जैसा किसी का और कभी भी नहीं होता।
समय एक जैसा किसी का और कभी भी नहीं होता।
पूर्वार्थ
शुभ रक्षाबंधन
शुभ रक्षाबंधन
डॉ.सीमा अग्रवाल
सूना आँगन
सूना आँगन
Rambali Mishra
सिर्फ जो उठती लहर व धार  देखेगा
सिर्फ जो उठती लहर व धार देखेगा
Anil Mishra Prahari
मतदान दिवस
मतदान दिवस
विजय कुमार अग्रवाल
जिस देश में कन्या पूजा की जाती हो उस देश में बेटी बचाओ योजना
जिस देश में कन्या पूजा की जाती हो उस देश में बेटी बचाओ योजना
Ranjeet kumar patre
तेरी आदत में
तेरी आदत में
Dr fauzia Naseem shad
दोहा त्रयी . . . .
दोहा त्रयी . . . .
sushil sarna
എന്റെ കണ്ണൻ
എന്റെ കണ്ണൻ
Heera S
" यादों की शमा"
Pushpraj Anant
नाकाम
नाकाम
देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत'
वास्तविकता
वास्तविकता
Shyam Sundar Subramanian
ये एहतराम था मेरा कि उसकी महफ़िल में
ये एहतराम था मेरा कि उसकी महफ़िल में
Shweta Soni
रोटी की क़ीमत!
रोटी की क़ीमत!
कविता झा ‘गीत’
🍇🍇तेरे मेरे सन्देश-1🍇🍇
🍇🍇तेरे मेरे सन्देश-1🍇🍇
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मोहब्बत में ग़र बेज़ुबानी रहेगी..!
मोहब्बत में ग़र बेज़ुबानी रहेगी..!
पंकज परिंदा
"" *मौन अधर* ""
सुनीलानंद महंत
*सर्राफे में चॉंदी के व्यवसाय का बदलता स्वरूप*
*सर्राफे में चॉंदी के व्यवसाय का बदलता स्वरूप*
Ravi Prakash
Two scarred souls and the seashore, was it a glorious beginning?
Two scarred souls and the seashore, was it a glorious beginning?
Manisha Manjari
कदम बढ़ाकर मुड़ना भी आसान कहां था।
कदम बढ़ाकर मुड़ना भी आसान कहां था।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
"सलाह" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
#डिबेट_शो
#डिबेट_शो
*प्रणय*
न जाने  कितनी उम्मीदें  मर गईं  मेरे अन्दर
न जाने कितनी उम्मीदें मर गईं मेरे अन्दर
इशरत हिदायत ख़ान
" यकीन "
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...