Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Sep 2022 · 1 min read

शीर्षक:दूसरा नवरात्र

द्वितीय नवरात्र
🙏 मां दुर्गा का रूप ‘ब्रह्मचारिणी’🙏

नवरात्र के दूसरे दिन मां दुर्गा के ‘देवी ब्रह्मचारिणी’ रूप की पूजा करने का विधान है। मां ब्रह्मचारिणी के दाएं हाथ में माला और बाएं हाथ में कमण्डल है। शास्त्रों में बताया गया है कि मां दुर्गा ने पार्वती के रूप में पर्वतराज के यहां पुत्री बनकर जन्म लिया और महर्षि नारद के कहने पर अपने जीवन में भगवान महादेव को पति के रूप में पाने के लिए कठोर तपस्या की थी। हजारों वर्षों तक अपनी कठिन तपस्या के कारण ही इनका नाम तपश्चारिणी या ब्रह्मचारिणी पड़ा। अपनी इस तपस्या की अवधि में इन्होंने कई वर्षों तक निराहार रहकर और अत्यन्त कठिन तप से महादेव को प्रसन्न कर लिया। इनके इसी रूप की पूजा और स्तवन दूसरे नवरात्र पर किया जाता है।मां ब्रह्मचारिणी अपनी इस पुत्री पर सदैव दयाभाव बनाये रखिये।संसार मे सुख शांति बनी रहे मेरा देश तरक्की करता रहे प्रत्येक जन सुखी निरोगी रहे।माँ के इस अलौकिक रूप को निहारती रहूँ…..
ऐसी कामना के साथ माँ की लाडली
डॉ मंजु सैनी
गाज़ियाबाद

Language: Hindi
1 Like · 86 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Manju Saini
View all
You may also like:
दोहा-विद्यालय
दोहा-विद्यालय
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
आज के लिए कम सोचो
आज के लिए कम सोचो
Ajit Kumar "Karn"
क्यों अब हम नए बन जाए?
क्यों अब हम नए बन जाए?
डॉ० रोहित कौशिक
सलाम सलाम, उन शहीदों को सलाम
सलाम सलाम, उन शहीदों को सलाम
gurudeenverma198
हसरतें
हसरतें
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
खोज सत्य की जारी है
खोज सत्य की जारी है
महेश चन्द्र त्रिपाठी
ख्याल
ख्याल
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
गुस्सा दिलाकर ,
गुस्सा दिलाकर ,
Umender kumar
हो हमारी या तुम्हारी चल रही है जिंदगी।
हो हमारी या तुम्हारी चल रही है जिंदगी।
सत्य कुमार प्रेमी
आओ शाम की चाय तैयार हो रहीं हैं।
आओ शाम की चाय तैयार हो रहीं हैं।
Neeraj Agarwal
एक इश्क में डूबी हुई लड़की कभी भी अपने आशिक दीवाने लड़के को
एक इश्क में डूबी हुई लड़की कभी भी अपने आशिक दीवाने लड़के को
Rj Anand Prajapati
इश्क़ की बात ना कर
इश्क़ की बात ना कर
Atul "Krishn"
"" *प्रेमलता* "" ( *मेरी माँ* )
सुनीलानंद महंत
तेवरी आन्दोलन की साहित्यिक यात्रा *अनिल अनल
तेवरी आन्दोलन की साहित्यिक यात्रा *अनिल अनल
कवि रमेशराज
तू अपने आप पे इतना गुरूर मत कर,
तू अपने आप पे इतना गुरूर मत कर,
Dr. Man Mohan Krishna
मैंने हर मंज़र देखा है
मैंने हर मंज़र देखा है
Harminder Kaur
👍👍👍
👍👍👍
*प्रणय प्रभात*
दिन की शुरुआत
दिन की शुरुआत
Dr. Pradeep Kumar Sharma
दिल ए तकलीफ़
दिल ए तकलीफ़
Dr fauzia Naseem shad
//••• क़ैद में ज़िन्दगी •••//
//••• क़ैद में ज़िन्दगी •••//
Chunnu Lal Gupta
दुनिया में भारत अकेला ऐसा देश है जो पत्थर में प्राण प्रतिष्ठ
दुनिया में भारत अकेला ऐसा देश है जो पत्थर में प्राण प्रतिष्ठ
Anand Kumar
थोड़ा सच बोलके देखो,हाँ, ज़रा सच बोलके देखो,
थोड़ा सच बोलके देखो,हाँ, ज़रा सच बोलके देखो,
पूर्वार्थ
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelofar Khan
3107.*पूर्णिका*
3107.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*बादल छाये नभ में काले*
*बादल छाये नभ में काले*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
विनती
विनती
Saraswati Bajpai
*नकली दाँतों से खाते हैं, साठ साल के बाद (हिंदी गजल/गीतिका)*
*नकली दाँतों से खाते हैं, साठ साल के बाद (हिंदी गजल/गीतिका)*
Ravi Prakash
இவன்தான் மனிதன்!!!
இவன்தான் மனிதன்!!!
Otteri Selvakumar
*मेरा आसमां*
*मेरा आसमां*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
"अर्द्धनारीश्वर"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...