Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Jun 2023 · 2 min read

शीर्षक:तेरा ही अंश हूँ माँ

१५-
माँ मुझे बोझ मत समझो मैं भी अंश तुम्हारा हूँ
अजन्मा ही मत मारो मुझको मैं भी खून तुम्हारा हूँ
माँ हो मेरी फिर साथ क्यो देती हत्यारो का
ताकत से तुम सामना करो,मेरे इन हत्यारो का।

अपनी ताकत से ही मैं नाम तुम्हारा रोशन कर जाऊंगी
मुझको जन्म दो एक बार नाम तुम्हारा कर दिखाउंगी
मैं तो तेरी जान हूँ माँ अपने से जुदा मत होने दे
तेरा ही खून हूँ मैं, माँ मुझे भी जीने का हक दे।

मैं बोझ नही बनूंगी तुझ पर माँ,मेरा विश्वास तो कर
वादा आज ये करती हूँ,मैं स्वयं की राह बनाउंगी
बस एक बार जन्म दे दे माँ, तेरा सहारा बन जाऊंगी
बेटे से भी ज्यादा तुझ पर प्यार मैं अपना लुटाऊंगी।

बहुत अच्छे खाने की चाह नही मेरी बस
रुखा सूखा दे बड़ा कर देना,बस जन्म दे देना
संग तेरे हर दुख में परछाई बन खड़ी रहूँगी
कोख में मत मारो मुझको बस अहसान मानूँगी।

माँ बेटे की चाह में ये दुशकृत्य क्यो करती हो
मैं भी तेरा खून हूँ माँ, फिर दुराचार क्यो करती हो
बेटी नही जन्मोगी तो कन्यादान कैसे कर पाओगी
अपने प्यारे बेटे को बहु कहाँ से लेकर आओगी।

क्यो माँ होकर हत्यारिन बनती हो,हिम्मत करो
उठो सामना करो लोगो का,ललकारो हत्यारो को
माँ दुर्गा को पूजती हो नवरात्रों में तुम तो
उन्ही का अंश हूँ मैं भी क्यो ये भूल जाती तुम।

आज नही बोलोगी तो कभी माफ नही कर पाओगी
जीवन भर पछताओगी तो फिर ये पाप नही धो पाओगी
मेरी दुनिया बसने से पहले ही न उजाड़ो माँ
यूँ मुझे कोख में ही मत मारो मेरी माँ।

तेरी सेवा को हर दुख में मैं ही काम आऊंगी माँ
उठ चल सामना कर अब तेरा ही सहारा मुझको माँ
भाई को राखी बांध अपने सब फर्ज निभाउंगी
यूँ मुझे कोख में ही मत मारो मेरी माँ मैं कर्ज चुकाउंगी।

डॉ मंजु सैनी
गाज़ियाबाद

Language: Hindi
1 Like · 90 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Manju Saini
View all

You may also like these posts

पिता
पिता
Harminder Kaur
मेरी जानां
मेरी जानां
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
"बन्दर बना आसामी"
Dr. Kishan tandon kranti
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
थमा गया
थमा गया
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
तुम्हारा नाम
तुम्हारा नाम
अंकित आजाद गुप्ता
*25_दिसंबर_1982: : प्रथम पुस्तक
*25_दिसंबर_1982: : प्रथम पुस्तक "ट्रस्टीशिप-विचार" का विमोचन
Ravi Prakash
सुनता जा शरमाता जा - शिवकुमार बिलगरामी
सुनता जा शरमाता जा - शिवकुमार बिलगरामी
Shivkumar Bilagrami
.....,
.....,
शेखर सिंह
संवेग बने मरणासन्न
संवेग बने मरणासन्न
प्रेमदास वसु सुरेखा
🙅आम चुनाव🙅
🙅आम चुनाव🙅
*प्रणय*
!! चुनौती !!
!! चुनौती !!
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
रोटी का कद्र वहां है जहां भूख बहुत ज्यादा है ll
रोटी का कद्र वहां है जहां भूख बहुत ज्यादा है ll
Ranjeet kumar patre
************ कृष्ण -लीला ***********
************ कृष्ण -लीला ***********
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
दोहे
दोहे
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
लाल डब्बों से जुड़े जज्बात
लाल डब्बों से जुड़े जज्बात
Akash RC Sharma
ये रंगा रंग ये कोतुहल                           विक्रम कु० स
ये रंगा रंग ये कोतुहल विक्रम कु० स
Vikram soni
गीत - मेरी सांसों में समा जा मेरे सपनों की ताबीर बनकर
गीत - मेरी सांसों में समा जा मेरे सपनों की ताबीर बनकर
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
होली के नटखट दोहे :
होली के नटखट दोहे :
sushil sarna
नारी
नारी
Pushpa Tiwari
झलक जिंदगी
झलक जिंदगी
पूर्वार्थ
मुझे वास्तविकता का ज्ञान नही
मुझे वास्तविकता का ज्ञान नही
Keshav kishor Kumar
अशेष संवेदना
अशेष संवेदना
Namita Gupta
कश्मीरी पण्डितों की रक्षा में कुर्बान हुए गुरु तेगबहादुर
कश्मीरी पण्डितों की रक्षा में कुर्बान हुए गुरु तेगबहादुर
कवि रमेशराज
जिंदगी है बहुत अनमोल
जिंदगी है बहुत अनमोल
gurudeenverma198
गरीबी में सौंदर्य।
गरीबी में सौंदर्य।
Acharya Rama Nand Mandal
विचारमंच ✍️✍️✍️
विचारमंच ✍️✍️✍️
डॉ० रोहित कौशिक
शीर्षक - गुरु ईश्वर
शीर्षक - गुरु ईश्वर
Neeraj Agarwal
वसंत बहार
वसंत बहार
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
क्या गुनाह है लड़की होना??
क्या गुनाह है लड़की होना??
Radha Bablu mishra
Loading...