चाय की आदत
आदत हो जब चाय की, पीते रहिये चाय।
आदर मिलता है जहां ,करते रहिये आय।
करते रहिए आय,चाय का अद्भुत वादा।
पीलो जितनी चाय ,आय उतनी हो ज्यादा।
कहें प्रेम कविराय, चाय मित्रों की सोहबत ।
अध्ययनरत हो छात्र ,बनाते चाय की आदत।
डा.प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम