जब से आया शीतल पेय
शरबत की हो गई विदाई,
जब से आया शीतल पेय,
घर-घर की शोभा निराली,
सबसे सस्ता शीतल पेय।
चालीस रुपए की चीनी औ,
पांँच रुपए का नींबू लाओ,
फिर घोलने का झंझट पालो,
इससे अच्छा शीतल पेय।
अब है क्विक सर्विस का टाइम,
दो मिनट में हो मैगी तैयार,
तीस मिनट में पिज्जा सर्विस,
इसमें फिट हो शीतल पेय।
असली का अब गया जमाना,
नकली खाद्य और नकली पेय,
होटल, रेस्ट्राँ, शॉपिंग मॉल,
सबमें मिलता शीतल पेय।
मौलिक व स्वरचित
©® श्री रमण
बेगूसराय (बिहार)