शिव वन्दना
शिव शंभू भोलेशंकर जी ,
तेरा ध्यान लगाऊंगी!
ओंकार के उच्चारण से,
ब्रह्मांड का नाद सुनाऊॅंगी!!
हे!शेष महेश श्यामल परिवेश
सुत कार्तिक और गणेश!
सुता हिमालय मॉं पार्वती
पूजित आदि शक्ति निखिलेश !
हर -हर की आराधना
सकल शिवालय गूंजेगी ।
शिव शंभू भोले शंकर जी
तेरा ध्यान लगाऊंगी!!
पावन गंगा की निर्मल धारा
शिवजी का अभिषेक करें ।
भांग,धतूरा विल्वपत्र से
शिवरात्रि पूज्य विशेष करें।।
शशिशेखर के चॉंद सितारे
परिधान धवल में टाकूंगी।
ब्रह्मांड नील निखिलेश्वर जी !
शिव शंभू भोले शंकर जी!
तेरा ध्यान लगाऊंगी।
हे! त्रिशूल ,डमरू धारी
हे! त्रिलोक, त्रिनेत्र धारी
हे! परमपिता परमेश्वर सबके
हे! भोले भक्तों के भंडारी।।
हे! दुख भंजन जगत निरंजन
बम बम की महिमा गाऊंगी।
शिव शंभू भोले शंकर जी !!
तेरा ध्यान लगाऊंगी।।