“शिवी कलश”
स्याही ना देखो इस कलम सी धार की
कोरे है पन्ने सारे लिखती बारीक सी
सहजन तुम लेखनी ऎशे “विशाल” की
कलम की तुम नोक हो तुम छत्रसाल सी
जीवनी का लेख तुम जिंदगी कमाल सी
“शिवी” का कलश तुम तुम्हीं हो मिशाल सी
स्याही ना देखो इस कलम सी धार की
कोरे है पन्ने सारे लिखती बारीक सी
सहजन तुम लेखनी ऎशे “विशाल” की
कलम की तुम नोक हो तुम छत्रसाल सी
जीवनी का लेख तुम जिंदगी कमाल सी
“शिवी” का कलश तुम तुम्हीं हो मिशाल सी