शिर्षक :- हम आ ओ
हम रही २२ के ओ रहै २० के
जहिया पहिलबेर देखलियै ओइ miss के
हम भेलियै २३ के ओ भेलै २१ के
हमहु पाछु पयर गेलियै ओकर बड कैसके
हम भेलियै २४ के ओ भेलै २२ के
बातचीत होब लगलै दुनुके हाँइसके
हम भेलियै २५ के ओ भेलै २३ के
बातचीत सुरु भेलै एकेठाम बैसके
हम भेलियै २६ के ओ भेलै २४ के
हमर सबके गप जाइन गेलै लोक चारुदिस के
हम भेलियै २७ के ओ भेलै २५ के
पुछु नै हालत करेजाके टीस के
हम भेलियै २८ के ओ भेलै २६ के
बुझा गेलै ई सुन्दरी छै हमरे हिस के
हम भेलियै २९ के ओ भेलै २७ के
दिलमे धसना गिरा देलकै ओ एकेबेर मे धाइसके
हम भेलियै ३० के ओ भेलै २८ के
प्रेम रहै तैयो हमरा सबक बिसे आ बाईस के
हम भेलियै ३१ के ओ भेलै २९ के
सुन्दरता नै घटलै कहियो “मोहना” के मिसके
हम भेलियै ३२ के ओ भेलै ३० के
अहिना प्रेम चलैत रैह गेलै हमरा सबके घिस के
(२०७८/०८/०४)
रचना :- मोहन महतो कोईरी