शिक्षा का महत्व।
आज का इंसान शिक्षा के मूल सिद्धांत से भटक गया है।
वह अपने जीवन में, शिक्षा को एक पेट पालने का जरिया बना
बैठा है। और किसी भी प्रकार से उच्च शिक्षा की डिग्री हासिल कर
लेना चाहता है।
कि मुझे नौकरी मिल जाएगी और जीवन भर आराम से बैठ कर
खाऊंगा।बस इसी सोच में डूबा रहता है। शिक्षा पाता है, शिक्षा का महत्व जिंदगी में क्या है।यह जानने की कोशिश नही करता है।
शिक्षा ही हमारे जीवन में खुशियां लातीं है। लेकिन कब?
जब हम उसके सही महत्व को जान जाते हैं।
शिक्षा का सही उद्देश्य चरित्र निर्माण है।हम अपने चरित्र को शिक्षा के अनुसार ही ढाले।तब हमारी शिक्षा पाना सार्थक होगा।
और हमारे जीवन मूल्यों को सही दिशा मिल जाएगी। लेकिन आज का इंसान अपनी अक्ल का उपयोग सही तरीके से नही करना जानता है। इसलिए ही वह अपने दिमाग का विकास नहीं कर पाता है। बच्चों को शिक्षा का असली महत्व बताये।ताकि हमारे बच्चे विषम परिस्थितियों में संघर्ष कर सके,आज के बच्चे फेल होने पर आत्म हत्या जैसा कदम उठा लेते हैं। क्योंकि। हमने उस बच्चे को शिक्षा का महत्व बताया ही नही था। हमें जीवन के बारे में , और जीवन मूल्यों का ज्ञान नही होता है।तभी हम गलत
जगहों पर जाकर, गलत कदम उठाते हैं।
आज हम अपने बच्चों को केवल किताबी ज्ञान तक ही सीमित रखते हैं। उन्हें मानव जीवन से संबंधित ज्ञान की जानकारी नही थी जाती है। इसलिए वह मनुष्य होने का अर्थ नही समझ पाते हैं।
और जीवन भर भूख की समस्या से लड़ते रहते हैं।और अंत में बिना किसी रजिस्ट्रेशन के दुनिया को छोड़ कर चले जाते हैं।