शिक्षक ही तो देश का भाग्य निर्माता है
(शेर)- किसी के जीवन में रोशनी, एक शिक्षक ही तो लाता है।
और गुमराह व्यक्ति को सही राह पर, एक शिक्षक ही लाता है।।
इस देश और देश के बच्चों का भाग्य निर्माता, शिक्षक ही तो है।
इसीलिए तो शिक्षक को इस दुनिया में, भगवान कहा जाता है।।
———————————————————-
शिक्षक ही तो देश का, भाग्य निर्माता है।
शिक्षक ही तो देश का, भविष्य बनाता है।।
भगवान से भी ज्यादा पूज्य, शिक्षक होता है।
शिक्षक ही तो बच्चों को, देशभक्त बनाता है।।
शिक्षक ही तो देश का—————।।
सरल, सुशील और मृदुभाषी शिक्षक होता है।
विनम्र- निर्मल और दयावान शिक्षक होता है।।
करुणामय- क्षमावान होता है हृदय से शिक्षक।
शिक्षक ही तो बच्चों को, संस्कार सिखाता है।।
शिक्षक ही तो देश का—————–।।
अपने छात्रों को अपने बच्चें, मानता है शिक्षक।
माँ की ममता, पिता सा सम्बल देता है शिक्षक।।
करता नहीं है भेदभाव कभी, छात्रों में शिक्षक।
शिक्षक ही तो बच्चों को, सही राह दिखाता है।।
शिक्षक ही तो देश का—————-।।
लोभी- स्वार्थी और पापी, नहीं होता है शिक्षक।
ईमानदार और कर्तव्यपरायण, होता है शिक्षक।।
देश और समाज को, शिक्षक ही रोशन करता है।
शिक्षक ही तो बच्चों को, ज्ञानी- विज्ञानी बनाता है।।
शिक्षक ही तो देश का—————-।।
शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं तहसील- बारां(राजस्थान)