शिक्षक दिवस
शिक्षक दिवस
माता को हम याद कर के शीश झुका कर करते हैं प्रणाम।
क्योंकि माता ही देती है सबको, जीवन का सबसे पहला ज्ञान।।
याद करो पहली शिक्षक को,देकर आज के दिन सम्मान।
माँ को याद करने से बढ़ जाता है,शिक्षक दिवस का मान।।
हर शिक्षक को याद करके मैं, करता हूं सबको हाथ जोड़ प्रणाम।
जिनके मार्ग दर्शन के कारण,मैने अपने जीवन में पाया है सम्मान।।
शिक्षक अपना सब कुछ देकर,करता है वीरों का निर्माण।
शिक्षा के कारण ही पाता है,व्यक्ति अपने अपने क्षेत्र का ज्ञान।।
मेरे भारत में आगे रहता है शिक्षक,उसके पीछे खड़ा मिले भगवान।।
क्योंकि हाथ है जिसके सर शिक्षक का,उसे ही मिलता है भगवान।।
कहे विजय बिजनौरी हर मानव को देना चाहिए शिक्षक को सम्मान।
गुरु बिना नही मिलता गोविंद, इसलिए गुरु गोविंद से महान।।
विजय कुमार अग्रवाल
विजय बिजनौरी