Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Sep 2021 · 1 min read

शिक्षक दिवस गुरुवर चरण वंदन

****गुरुवर चरण वंदन****
*****शिक्षक दिवस ******
**********************

प्रभु सम गुरुवर चरण वन्दन,
कोटि कोटि करते अभिनंदन।

किन शब्दों में करूँ शुकराना,
तुम सा नहीं जीवन में दर्शन।

कुदरत से भी ऊँचा है दर्जा,
जब तक जिंदा करूँ मैं पूजन।

मिट्टी माधो को है साधू बनाया,
अज्ञानता का कर दिया मंथन।

ज्ञानप्रकाश रुपी दीप जलाया,
अज्ञानी और मूर्ख करते क्रंदन।

गुरु बिना कभी गति न संभव,
अमूल्य निधि है तुम्हारा चिंतन।

बुरी लत को है दूर भगाया,
पाखंड का कर दिया खंडन।

निष्पक्ष रूप से रहते सेवार्थ,
व्रसनों का भी करवाते वर्जन।

हाथ जोड़ सदा मैं करूँ स्तुति,
गुरुजनों का कभी न हो रुदन।

मेरे शिक्षक है जीवन निर्माता,
शिक्षक दिवस हो सुखरंजन।

मनसीरत गुरुदेव महिमा गावे
शत शत प्रणाम है अभिवादन।
**********************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

Language: Hindi
477 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
दरिया का किनारा हूं,
दरिया का किनारा हूं,
Sanjay ' शून्य'
सभी देखेंगे तेरी इक हॅंसी को।
सभी देखेंगे तेरी इक हॅंसी को।
सत्य कुमार प्रेमी
"भँडारे मेँ मिलन" हास्य रचना
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
*राम अर्थ है भवसागर से, तरने वाले नाम का (मुक्तक)*
*राम अर्थ है भवसागर से, तरने वाले नाम का (मुक्तक)*
Ravi Prakash
तू ने आवाज दी मुझको आना पड़ा
तू ने आवाज दी मुझको आना पड़ा
कृष्णकांत गुर्जर
मैं चाँद पर गया
मैं चाँद पर गया
Satish Srijan
मैं सरिता अभिलाषी
मैं सरिता अभिलाषी
Pratibha Pandey
कोई ग़लती करे या सही...
कोई ग़लती करे या सही...
Ajit Kumar "Karn"
पड़ोसी कह रहा था कि अगर उसका नाम
पड़ोसी कह रहा था कि अगर उसका नाम "मुथैया मुरलीधरन" होता, तो व
*प्रणय*
You do good....they criticise you...you do bad....they criti
You do good....they criticise you...you do bad....they criti
पूर्वार्थ
"रख हिम्मत"
Dr. Kishan tandon kranti
दीवाना मौसम हुआ,ख्वाब हुए गुलजार ।
दीवाना मौसम हुआ,ख्वाब हुए गुलजार ।
sushil sarna
मुझे इश्क़ है
मुझे इश्क़ है
हिमांशु Kulshrestha
हनुमान बनना चाहूॅंगा
हनुमान बनना चाहूॅंगा
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
* संसार में *
* संसार में *
surenderpal vaidya
*लम्हे* ( 24 of 25)
*लम्हे* ( 24 of 25)
Kshma Urmila
भरोसा सब पर कीजिए
भरोसा सब पर कीजिए
Ranjeet kumar patre
3255.*पूर्णिका*
3255.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मान हो
मान हो
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
मैं को तुम
मैं को तुम
Dr fauzia Naseem shad
माँ का प्यार
माँ का प्यार
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
चलो चलो शिव के दरबार
चलो चलो शिव के दरबार
gurudeenverma198
*****रामलला*****
*****रामलला*****
Kavita Chouhan
विश्रान्ति.
विश्रान्ति.
Heera S
तेरे मेरे बीच में,
तेरे मेरे बीच में,
नेताम आर सी
मेरा शरीर और मैं
मेरा शरीर और मैं
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*हर पल मौत का डर सताने लगा है*
*हर पल मौत का डर सताने लगा है*
Harminder Kaur
सुनो! बहुत मुहब्बत करते हो तुम मुझसे,
सुनो! बहुत मुहब्बत करते हो तुम मुझसे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
हम किसे के हिज्र में खुदकुशी कर ले
हम किसे के हिज्र में खुदकुशी कर ले
himanshu mittra
रमेशराज की कविता विषयक मुक्तछंद कविताएँ
रमेशराज की कविता विषयक मुक्तछंद कविताएँ
कवि रमेशराज
Loading...