शिकार
✒️?जीवन की पाठशाला ??️
जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की कितने पढ़े लिखे समझदार हैं हम लोग की अपने मोबाइल को स्क्रीन कवर -मोबाइल कवर से अच्छी तरह बचा कर रखते हैं पर अपने सिर को सस्ते हेलमेट और बिना लॉक किये हेलमेट को पहन कर सामने वाले को आ मुझे मार का खुला न्योता देते हैं …,
जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की अमूमन हम बेटियों की शादी पर तो अपनी झूटी शानों शौकत के लिए ज्यादा से ज्यादा खर्च करते हैं पर आज भी अधिकांशतः जगहों पर उनकी शिक्षा के लिए नहीं के बराबर …,
जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की आज की इस आधुनिक भागती दौड़ती दुनिया में पिज़्ज़ा बर्गर तो अविलम्ब आ जाते हैं और लेट हो जाएं तो जुर्माना पर आज भी अधिकांशतः एम्बुलेंस देरी से ही पहुँचती है और लेट हो जाये तो राम नाम सत्य …,
आखिर में एक ही बात समझ आई की बॉलीवुड में कपडे उतारती-नाम मात्र के वस्त्र पहनती -न्यूड सीन देती अदाकाराओं को तो हम सेलिब्रिटी का दर्जा देकर उनके ऑटोग्राफ लेने -सेल्फी खिंचाने उनके पीछे भागते हैं मगर एक दूषित मानसिक विकृति का शिकार एक बलात्कारी पीड़ित महिला को छूत की बीमारी -घृणा भरी दृष्टि से देखते हैं जिसे अपनी सफाई देने के लिए शारीरिक बलात्कार के बाद सैंकड़ों बार घर -परिवार -समाज -गली -मोहल्ले -शहर -कोर्ट और मीडिया के सामने मानसिक बलात्कार का शिकार होना पड़ता है …!
बाक़ी कल , अपनी दुआओं में याद रखियेगा ?सावधान रहिये-सुरक्षित रहिये ,अपना और अपनों का ध्यान रखिये ,संकट अभी टला नहीं है ,दो गज की दूरी और मास्क ? है जरुरी …!
?सुप्रभात?
स्वरचित एवं स्वमौलिक
“?विकास शर्मा’शिवाया ‘”?
जयपुर-राजस्थान