शिकायत बापू से
राष्ट्रपिता तेरे घरों मे, अब जलती हैं मानवता,
जिस भारत के लिए, तुने बलिदान दिया,
वह भुल गया तेरी राह,
वह भुल गया अहिंसा,
तेरे अन्नदाता को,कुबेरों ने कुचल दिया,
कुछ को उन्होंने हटाया,कुछ अपने ही अपना जीवन छोड़ चले,
तेरे उस गिता के भाषा, आधुनिक भारत छोड़ चले,
अपनो ने ही अपनों को मृत्यु के मूख मोड़ चले,
राजनेताओं के बात हि क्या, याद आए सिर्फ तुम एक घडी,
तस्वीर तो तेरे हर जगह ,पर,
तेरे ज्ञानों को वह फेंक चले,
तेरे भारत में बापू, काबिलियत से धन बडा,
अमीरों की कमी नहीं, पर कोई गरीब अमीर ना बन सका,
पाठ करते हैं सभी, समाज हो ना छुआछुत,
वर्णों के हुए खत्म पर मजदूर सेठ मे बढ़ गया रोग,
आरक्षण कि भाषा जो था बना देने उन गरीबों को न्याय,
वह आरक्षण अब बन गया राजनेताओं की चाय,
तेरे ईस भारत में बापू , देवियों का हैं बुरा हाल,
रक्षा करने राक्षस आऐ, मारे गये सब देव बेहाल(the person who himself is criminal ,he is going to protect the women not by giving protection to her but also killing the real protectors,what a rubbish joke)
तेरे इस भारत मे बापू हो रहे अत्याचार,
एक,दो कि बात नहीं सभी यहां गुनेहगार,
छोड़ चले अपने संस्कृति को ले कर हाथों मे तलवार,
मर्यादा कि बात क्या, जननी को भी किया बेघर,
राम नहीं रावण राज करते यहां,
इन सत्तर सालों मे जनता को कर बेघर,
अपने कुटिया को आलिशान महल बनाया,
सत्य पर चल कर जो करें विरोध,
उन्हें अपने राह से दूर भगाया
A picture of modern india,sorry if any one gets hurt