Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Apr 2017 · 1 min read

शिकायते

वादे ज़िन्दगी भर साथ रहने के,,,,
वो तो पल दो पल ठहरे है!!!

दिए उनके जख्म दीखते नही ,,,,
पर जख्म वो गहरे है!!!!

कैसे सुनाऊ हाल ए दिल ,,,,,
वो दिल के बहरे है!!!!

दरिया सी मोहबत मेरी ,,,,
में किनारा वो लहरे है!!!!

खूबसूरत ना दिल उनके ,,,,
बस खूबसूरत वो चेहरे है!!!!

415 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

02/05/2024
02/05/2024
Satyaveer vaishnav
3142.*पूर्णिका*
3142.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जिंदगी.... बड़ी
जिंदगी.... बड़ी
Preeti Sharma Aseem
पथ में
पथ में
surenderpal vaidya
लगा समूचा नाचने , जुगनू का परिवार
लगा समूचा नाचने , जुगनू का परिवार
RAMESH SHARMA
आदमी आदमी के रोआ दे
आदमी आदमी के रोआ दे
आकाश महेशपुरी
गुलमोहर
गुलमोहर
डॉ.स्नेहलता
तन्हा आसमां
तन्हा आसमां
PRATIK JANGID
उसका आना
उसका आना
हिमांशु Kulshrestha
मंजिल तू, राह मैं
मंजिल तू, राह मैं
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
कहते हैं संसार में ,
कहते हैं संसार में ,
sushil sarna
सफेद मिट्ठू
सफेद मिट्ठू
pradeep nagarwal
वो लोग....
वो लोग....
Sapna K S
उससे मिलने को कहा देकर के वास्ता
उससे मिलने को कहा देकर के वास्ता
कवि दीपक बवेजा
पछतावे की अग्नि
पछतावे की अग्नि
Neelam Sharma
नारी की शक्ति
नारी की शक्ति
Anamika Tiwari 'annpurna '
कल मैं सफरर था, अभी तो मैं सफर में हूं।
कल मैं सफरर था, अभी तो मैं सफर में हूं।
Sanjay ' शून्य'
सपने ना बंद आँखो में है ,
सपने ना बंद आँखो में है ,
Manisha Wandhare
प्रकृति की चेतावनी
प्रकृति की चेतावनी
Indu Nandal
चलना तुमने सिखाया ,रोना और हंसना भी सिखाना तुमने।
चलना तुमने सिखाया ,रोना और हंसना भी सिखाना तुमने।
SUNIL kumar
वो नए सफर, वो अनजान मुलाकात- इंटरनेट लव
वो नए सफर, वो अनजान मुलाकात- इंटरनेट लव
अमित
क्षमा अपनापन करुणा।।
क्षमा अपनापन करुणा।।
Kaushal Kishor Bhatt
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
हां....वो बदल गया
हां....वो बदल गया
Neeraj Agarwal
National Energy Conservation Day
National Energy Conservation Day
Tushar Jagawat
रचना
रचना
Mukesh Kumar Rishi Verma
Shankar Dwivedi (July 21, 1941 – July 27, 1981) was a promin
Shankar Dwivedi (July 21, 1941 – July 27, 1981) was a promin
Shankar lal Dwivedi (1941-81)
बंद आँखें भी मोतियों को बड़े नाजों से पाला करते थे,
बंद आँखें भी मोतियों को बड़े नाजों से पाला करते थे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
लोकतंत्र का महापर्व
लोकतंत्र का महापर्व
इंजी. संजय श्रीवास्तव
तेवरी
तेवरी
कवि रमेशराज
Loading...