–शाहीबाग़ –एक दुर्दशा—
शर्म से कहीं डूब मारो, तुम जैसे गद्दार अगर इस भारत देश में रहेंगे, तो देश बर्बाद ही होगा।।खुद के अंदर झाँक के देख लो, की तुम जैसे लोग भारत को आगे ले जा सकते हो या खोखला करने पर उत्तारू हो..लानत है..कपिल तुम पर और इन इंदिरा पर जो बलात्कार करने वालों के लिए माफ़ी की गुजारिश कर रही थी..
भारत सरकार को सख्त कदम उठाने पर मजबूर कर रहे हैं तुम जैसे लोग
अजीत तलवार