शाश्वत सुमूल्यों का ग्रहण ::: जितेन्द्रकमल आनंद ( पोस्ट९०)
घनाक्षरी छंद
————-( पोस्ट ९०)
शाश्वत सुमूल्यों का ग्रहण सत्प्रवृत्तियों का ,
मनन भी जीवन में आप नित्य कीजिए ।
छोड़ना दुराग्रह को , त्याग कुप्रवृत्तियों का ,
भजन भी जीवन में आप नित्य कीजिए ।
वैराग्य , मुक्ति विषयक ज्ञान पाने के लिए ,
मंथन को कभी तो महत्व आप दीजिए ।
क्षमा , दया , उदारता , सत्य का अमृत– पान ,
भजन भी जीवन में आप नित्य कीजिए ।।
—— जितेन्द्रकमल आनंद