शायरी
नाम लेके ही पैदा नहीं हूए तो क्या,
नाम करके तो रुखसत होना है।
ये जहां मेरा नहीं हुआ तो क्या,
अपनो मे ही जहां बनाना है।
सोनु सुगंध ०५/०१/२०१९
नाम लेके ही पैदा नहीं हूए तो क्या,
नाम करके तो रुखसत होना है।
ये जहां मेरा नहीं हुआ तो क्या,
अपनो मे ही जहां बनाना है।
सोनु सुगंध ०५/०१/२०१९