शायरी
मोहोब्बत करने वालों को लोग
अब लैला और मजनू का नाम नहीं देते
अब वो प्यार ही कहाँ मिलता है जमाने में
जहाँ काम , वासना, विलासता ने है जगह ले ली
तनहा दिल को तन्हाई भी
रास नहीं आती है दोस्तों
वो तो साथ रहने है, उस को
जिन्दगी चलाने के लिए हर पल
अजीत