शायरी
अभी फुर्सत नहीं है, कि कह सकूं कुछ तुझको
में अपने अरमानो की चिता जलाने चला हूँ !!
उम्र भर तो जलाते रहे, अपने आपको मैखाने में
जब चिराग रोशन करने का समा आया तो…चल दिए !!
इसी लिए कहते थे की दोस्त कम पिया करो
यह काम आएगी की चिराग रोशन करने के लिए !!
अजीत तलवार