*शायरी*
तेरे रंग में इस कदर रंग गए हैं हम !
तेरा नाम भी दिख जाए कहीं तो ठहर जाते हैं कदम !!
फ़क़त क़ुदरत ने किया ये हम पर कर्म !
रूह से जुड़ी रूह मरकर भी जुदा हो ना पाएंगे हम !!
तेरे रंग में इस कदर रंग गए हैं हम !
तेरा नाम भी दिख जाए कहीं तो ठहर जाते हैं कदम !!
फ़क़त क़ुदरत ने किया ये हम पर कर्म !
रूह से जुड़ी रूह मरकर भी जुदा हो ना पाएंगे हम !!