शायरी
सोचा था आज बहुत कि आज उससे बात करेंगे
सोचा था आज बहुत कि आज उससे बात करेंगे
कम्बख्त दिल ये भूल गया कि
सपने हर किसी कि साकार नहीं होते
सोचा था आज बहुत कि आज उससे बात करेंगे
सोचा था आज बहुत कि आज उससे बात करेंगे
कम्बख्त दिल ये भूल गया कि
सपने हर किसी कि साकार नहीं होते