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22 May 2020 · 1 min read

शायरी

आँख खोल कर वो मुस्काई तो सवेरा हो गया ।
हमने देखा चाँद तो वो उसका चेहरा हो गया ।।

मेहंदी तो खुद देती रहती है रंगों को हाथों में
उसने छू ली मेहंदी तो रंग उसका गहरा हो गया ।।

– चिंतन जैन

Language: Hindi
2 Likes · 469 Views
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