*शादी के पहले, शादी के बाद*
एक कॉलेज में पढ़ते थे, एक लड़का एक लड़की।
आंखें हुई चार दोनों की, बात इस तरह भड़की।
धीरे-धीरे एक दूसरे को, लगे दोनों चाहने।
लड़का बोला चिंता न कर आऊंगा तुझे ब्याहाने।।।१।।
लड़के ने फिर वादे पर वादे, करें खूब करवाए।
लड़की ने भी हंसकर हां कह दी, गई फिर शर्माए।
विवाह से पहले लड़के ने ये वादे फरमाए।
विवाह के बाद बताया उसने, कैसे निकली हाय।।२।।
शादी से पहले, दिलरुबा डार्लिंग जानेमन।
शादी के बाद, कहां से आ गई तू दुश्मन।
शादी से पहले, तेरा हूं तेरा ही रहूंगा।
शादी के बाद,इस चुड़ैल से मैं कैसे बेचूंगा।
शादी से पहले, तेरे बिन जी नहीं पाऊंगा।
शादी के बाद, दूर हट, वरना मर जाऊंगा।
शादी से पहले, चिंता न कर हूं मैं मालामाल।
शादी के बाद, अरे तूने तो मुझे कर दिया कंगाल।
शादी से पहले, कहता हर रस्म निभाऊंगा।
शादी के बाद, इससे मैं कैसे बच पाऊंगा।
शादी के पहले, क्या चेहरा है चंद्रमुखी?
शादी के बाद, दूर हट जा ज्वालामुखी।
शादी के पहले, स्वीटहार्ट आई लव यू।
शादी के बाद, अरे कहां से आ गई तू।
शादी से पहले, बहाने बनाए किए खूब सवाल।
शादी के बाद, अरे कम से कम देख तो मेरा हाल।
शादी से पहले, रेशम जैसे बाल हिरनी जैसी चाल।
शादी के बाद, नागिन से बाल शेरनी सी चाल।
ध्यान रखिए भाइयों, शादी नवजीवन है,
और आगे का, पति-पत्नी का साथ है।
निभाओ वादे पूरे पक्के, जो किए तुमने,
नहीं तो दुष्यन्त कुमार के साथ आपको भी हवालात है।।