शाकाहारी आहार
शाकाहारी आहार
भोजन बिन जीवित
रह नहीं सकता इंसान,
शाकाहारी आहार मिले
चाहे हर सात्विक इंसान।
भोजन कैसा खाना है
हर मन की अपनी चाह,
व्यवहार उसका बता देता
कैसा लेता वह आहार ।
सुंदर हृदय ,पवित्र विचार
देता शाकाहारी आहार,
कोमल मन,सात्विक प्रवृत्ति
दयाभाव मन में हो उत्पत्ति।
पूजा पाठ धर्म कर्म काज से
भारत सब देशों में है वशिष्ठ,
सादा जीवन,हैं उच्च विचार
शाकाहारियों से बना उत्कृष्ट।
शाकाहारी आहार का महत्त्व
रोग नहीं ,शरीर रहता स्वस्थ,
चित्त प्रसन्न ,उत्तम चिंतन-मनन
रोग विहीन दीर्घायु होता जीवन।
56 भोगों का प्रसाद जहाँ चढ़ता
अनंत लोगों का पेट लंगर भरता,
सात्विकता अधिकतर की पहचान
भारतवर्ष इसीलिए विश्व में महान।
भारतीय संस्कृति का बोलबाला है
विदेशियों ने शुरु किया अपनाना है,
माँसाहारी भी अब शाकाहारी हो रहे हैं
जीवन आयु दर लम्बी कर रहे हैं।
शाकाहारी आहार है श्रेष्ठ आहार
श्री राम कृष्ण की भूमि है आधार,
सात्विकता -पवित्रता है नित व्यवहार
शाकाहारी इंसान को है मिलता सदा प्यार।
ख्याल अपना-अपना
पसंद अपनी – अपनी,
जीव हत्या पाप ना चढ़ता
मन सदैव संतुष्ट रहता।
नीरजा शर्मा