शांति वन से बापू बोले
शांतिवन से बापू बोले सुनो सभी इंसान रे
हिंदू न मारा मुस्लिम न मारा क्यों मार दिया इंसान रे
कोई ईश्वर कोई अल्लाह कोई कहे हे राम रे
उसके तो है नाम अनेकों लड़ने का क्या काम रे
ना हम हिंदू ना है मुस्लिम सिख नहीं ईसाई रे
एक ही मात-पिता की पगले सारा जग संतान रे
करना चाहो अगर इबादत प्रेम करो इंसान से
सब धर्मों का सार यही है देख हृदय में ध्यान से
शांतिवन से बापू बोले सुनो सभी इंसान रे
प्रेम से सोचो मिलकर सारे हो करके इंसान रे