शहीद-ए-वतन
शहीद-ए-वतन, बलिदान है ये तन।
खुशियों के चमन, तुम्हें मेरा नमन।
हम सरहदों पर लड़े,मौत पर हैं खड़े।
रही कटती धड़े, फिर भी हम हैं लड़े।
गले मौत पड़े, चाहे शव हो सड़े।
हम लड़े,हम लड़े,हम लड़े साथियों !
दुश्मन भिड़े,चाहे आतंक कीड़े।
घनी बीड़े,चाहे जहरी फोड़े पड़े।
सीना ताने खड़े, चाहे गोली पड़े।
हम लड़े,हम लड़े,हम लड़े साथियों !
हम हैं बड़े, मौत से भी बड़े।
हैं गहरी जड़े, हैं पहरी बड़े ।
मग में रोड़े, चाहे पग में फोड़े।
हम लड़े,हम लड़े,हम लड़े साथियों !
मेरी माँ है बड़ी,भारत माँ है बड़ी।
द्वारे पर है खड़ी,लिए फूलझड़ी ।
हम से कह पड़ी,मेरी रूह बड़ी ।
मुझे आशा बड़ी,तेरे कन्धों पड़ी ।
हम हैं खड़े, माता ! चिन्ता छोड़े।
हम लड़े,हम लड़े,हम लड़े साथियों !
मेरी माँ की एक झलक चाहिए साथियों !
हम लड़े,हम लड़े,हम लड़े साथियों !
ज्ञानीचोर
9001321438