शहादत
वीर शहीदों की बलिदानी गाथा को भी सुनो
सर्वस्व समर्पित कर गये निज धरा पे जो
धरा पर चित्कार ऐसा हुआ था
लहू की होली खेलें , व्योम से हाहाकार हुआ
अमरत्व पा निज धरा में विलीन हो
मात्रभूमि से सच्ची प्रीत निभा गये
नमन है भारत माँ के शूरवीरों को
लोहे से सीने वाले बलवीरो को
गीदड़ का जो वार हुआ
प्रतिघात में सिंहो ने संहार किया
तूफानों से लड बीहड़ में घुस ढेर कर
भारत के गौरव का जयगान किया