शहादत
14 फरवरी 2019 को दुनिया का दिल दहलाया था।
प्रेम दिवस पर जब पुलवामा में खौफ का माहौल छाया था।
आदिल डार जब मानव बम के रूप में आया था।
भारत की धरती को उसने जवानों के खून से नहलाया था।
40 जवानों की शहादत से देश अपना बौखलाया था।
गम की लहर दौड़ी भारत में, दुख का फैला साया था।
तिरंगेें में लिपटे जवानों को घर-घर में पहुँचाया था।
मां, बहनों, बच्चों की चीख-पुकार ने रोष सामने जताया था।
खून का बदला होगा खून देश ने यह कहलाया था।
आतंक ने फिर से एक बार देश में जाल बिछाया था।
जवानों की शहादत ना जायगी खाली, सबने यही बतलाया था।
चैन लुटेगा उनका भी, जिन्होेने भारत का चैन चुराया था।
26 फरवरी का मंगल सकुन का संदेश लाया था।
किसमे कितना है दम? दुश्मनों को समझाया था।
जवानों की शहादत ने हमें सबक ये सिखलाया हैं।
ऊंचा रहेगा सदैव तिरंगा, शहीदों ने गीत यही सुनाया है।
कर्जदार है हम हिन्द की सेना के , इससे बड़ा कोई उधार नहीं।
जय हो। जय हो। हिन्द की सेना, तुम बिन हमारा सुखी संसार नहीं।