शर्मिंदा
शिक्षित युवा समझदार हूँ,
करो नहीं अब मेरी निंदा।
शिक्षा के जूनून से हूँ जिंदा,
अब नहीं मैं हूँ शर्मिंदा ।।
✍🏼✍🏼
बुद्ध प्रकाश,
मौदहा हमीरपुर ।
शिक्षित युवा समझदार हूँ,
करो नहीं अब मेरी निंदा।
शिक्षा के जूनून से हूँ जिंदा,
अब नहीं मैं हूँ शर्मिंदा ।।
✍🏼✍🏼
बुद्ध प्रकाश,
मौदहा हमीरपुर ।