Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 May 2020 · 1 min read

शराब

04/05/2020
ठेका खुलवाया जाएगा
====================

हालात- ए- गरीबी को, इससे भी नापा जाएगा ।
गरीबों की बस्ती में, ठेका खुलवाया जाएगा।।

भुखमरी फैली है लेकिन, रस्ते सारे बंद हैं।
बस शराब के ठेके तक, उनको पहुंचाया जाएगा।।

इससे ही तो पता चलेगा, गरीब नहीं है बस्ती में।
इसे पीकर भूखे घर में, हल्ला मचावाया जाएगा।।

बच्चे भूखे, बीवी भूखी, चूल्हा भूखा सो गया ।
सुबह शराबी की मौत का,ढोल बजाया जायेगा।।

लॉक डाउन में नहीं खुलेगा, दैनिक राशन का दुकान।
और छींखने -खांसने पर, सबको उठवाया जाएगा।।

शिक्षा बंद ,शिवालय बंद ,बंद है मस्जिद ,गुरुद्वारे ।
सबसे बड़ा क्या ठेका हो गया, जो यू खुलवाया जाएगा।।

रोज करोड़ों- अरबों के ,घोटाले देश में आम हैं।
जरा विपत्ति आए तो ,चंदा उघवाया जाएगा।।

क्या शराब के ठेके से, कोरोना डर जाता है।
बिना पुलिस प्रशासन के, जो वो खुलवाया जाएगा।।

अच्छा है अच्छा ही किया है, खोल शराब के ठेकों को ।
गरीब को गम भुला कर, ऐसे मरवाया जाएगा।।

आंखिर क्या मकसद है भाई,ठेका यूं खुलवानें का।
इस साजिश का आखिर “सागर”, कौन पता लगाएगा।।
========
बेखौफ शायर /गीतकार /लेखक/ चिंतक
डॉ. नरेश कुमार “सागर”

1 Like · 1 Comment · 646 Views

You may also like these posts

पल पल दिल के पास तुम रहती हो
पल पल दिल के पास तुम रहती हो
Johnny Ahmed 'क़ैस'
मेरा समय
मेरा समय
Dr. Chandresh Kumar Chhatlani (डॉ. चंद्रेश कुमार छतलानी)
जरुरी है बहुत जिंदगी में इश्क मगर,
जरुरी है बहुत जिंदगी में इश्क मगर,
शेखर सिंह
चलते-चलते
चलते-चलते
NAVNEET SINGH
तन्हाई को जश्न दे चुका,
तन्हाई को जश्न दे चुका,
goutam shaw
गले लगा लेना
गले लगा लेना
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
*फिर तेरी याद आई दिल रोया है मेरा*
*फिर तेरी याद आई दिल रोया है मेरा*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
इश्क़ में तू चाल भी इस क़दर चलना,
इश्क़ में तू चाल भी इस क़दर चलना,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
इश्क में हमको नहीं, वो रास आते हैं।
इश्क में हमको नहीं, वो रास आते हैं।
सत्य कुमार प्रेमी
सामाजिक संस्कारों का पतन:
सामाजिक संस्कारों का पतन:
जगदीश शर्मा सहज
जीवन
जीवन
Rambali Mishra
4652.*पूर्णिका*
4652.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
नर्स और अध्यापक
नर्स और अध्यापक
bhandari lokesh
दोहे
दोहे
seema sharma
कुंडलिया
कुंडलिया
गुमनाम 'बाबा'
तुम बन जाना
तुम बन जाना
ललकार भारद्वाज
Kya ajeeb baat thi
Kya ajeeb baat thi
shabina. Naaz
रूबरू न कर
रूबरू न कर
सिद्धार्थ गोरखपुरी
हर वर्ष जलाते हो हर वर्ष वो बचता है।
हर वर्ष जलाते हो हर वर्ष वो बचता है।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
"मुश्किलों का आदी हो गया हूँ ll
पूर्वार्थ
जीवन गति
जीवन गति
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
विकास या खच्चीकरण
विकास या खच्चीकरण
Mukund Patil
*सखावत हुसैन खान का गजल गायन: एक अनुभूति*
*सखावत हुसैन खान का गजल गायन: एक अनुभूति*
Ravi Prakash
"द्रोणाचार्य "
Dr. Kishan tandon kranti
आदि ब्रह्म है राम
आदि ब्रह्म है राम
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
Humanism : A Philosophy Celebrating Human Dignity
Humanism : A Philosophy Celebrating Human Dignity
Harekrishna Sahu
‌ ‌‌‌‌ जन सेवक
‌ ‌‌‌‌ जन सेवक
Mangu singh
दोहा
दोहा
Dinesh Kumar Gangwar
"सुप्रभात"
Yogendra Chaturwedi
मिसरे जो मशहूर हो गये- राना लिधौरी
मिसरे जो मशहूर हो गये- राना लिधौरी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
Loading...