शमशान
हे बसालो सोना चाँदी हिरे मोती मकान,
है सबका अंतिम सच “शमशान”……..!!
आये जग मे खाली हाथ सब
जाएंगे जग से खाली हाथ सब
फिर क्यो करे मोह इस जग से
जग की मिथ्या शान…..
है सब का अंतिम सच शमशान……!!
जग मे सबसे रिस्ता करलो
प्रेम असीमित सबसे करलो
कोई काम नही आएगा
सुनलो खोलके कान……
है सब का अंतिम सच शमशान……..!
भवसागर सुख मे उलझो
भवबंधन मे मत तुम झुझो
दोनों ही मे उलझन प्यारे
दोनों नरक समान……..
है सबका अंतिम सच शमशान…….!
कर्म करो मत फल मे झांको
बुरे कर्म की और ना तांको
सत्य कर्म करने से प्यारे
बनेंगी सच्ची शान……..
है सबका अंतिम सच शमशान………!
ईश्वर की भक्ति तुम करलो
“राम” नाम से मन को भरलो
“कान्हा” कहे ये बात मानलो
बनोगे जग मे महान…….
है सबका अंतिम सच शमशान………!!!*
?सर्वाधिकार सुरक्षित?
कान्हा सोनी बोड़ा…. ✍?