शब्द
शब्द को पढ़ो
शब्द को पढ़ते-पढ़ते
शब्द को सुनो
शब्द में शब्द मत ढूंढो
शब्द में खो जाओ
तब तुम समझ पाओगे
शब्द वो भी बोलना जानतें हैं
जिसे तुम सुनने को तैयार नही
जब शब्द तुम्हारी नाभि तक उतर आये
और भूचाल मचा दे रक्त कोषिका में
तब पूछना उससे, उसका मर्म
वो सुसुप्ता अवस्था में भी
विस्फोटक होता है…
क्यूँ कि शब्द में सब निहित होता है…
…सिद्धार्थ