शब्द
बाजीगरी है ये कि कैसे हो शब्दों का उपयोग
अर्थ अनेकों निकलेंगे जब होगा कोई शब्द प्रयोग।
शब्द शब्द के माने बदलें जब बदलें कहने वाले।
अच्छा हो तो ठीक नहीं तो जलते हैं सुनने वाले।
हर कोई अपने मन से उसका भाव विचार करें।
अनुशंसा के शब्द बने या विरोध का भाव भरें।
कुछ को आनन्दित करते हैं कुछ को घायल कर देते हैं।
कुछ कहने का भाव, समझने का प्रयास करते हैं।
कुछ शाब्दिक अर्थों तक ही सीमित रह जाते हैं।
शब्द सदा ही साथ निभाते भाषा को साकार बनाते।
बनते गीत मधुर रस भरकर वाणी को रसदार बनाते।
सुंदरतम शब्द चयन कर व्यक्ति जग में नाम कमाते।
दुर्बुद्धि लोगों ने शब्दों का अपशब्दों में प्रयोग किया।
जैसे अन्य आविष्कारों का बदमाशों ने दुरुपयोग किया।