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16 Oct 2024 · 1 min read

शब्द ही…

शब्द ही ब्रह्म है, वह परम तत्व है।
इसके आगे ना पीछे कोई सत्य है।।
सर्व हित से भरी जिनकी वाणी है।
वही साधना से सधे व्यक्तित्व है।।

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