शब्द महल……
शब्दों का महल बनाना है
मजबूत नीव रख
एक आधार बनाना है
दिल से दिल तक पहुँच
इक सुंदर संसार बनाना है
लिख लिख कर शब्द अपने
एक मुकाम बनाना है
सो चुका है अंदर का जो इंसान
उसको अब जगाना है
शब्द महल की हर ईंट को
अपने हाथों से लगाना है
समाज मे चले रहे आडंबर को
सबके सामने लाना है
विलुप्त हो चुके हैं जो संस्कार
वो पैदा कर बड़े बूड़ों को
फिर से सम्मान दिलाना है
#अंजान को #अंजान पहचान रख
#अंजान शब्द महल बनाना है……………
#निखिल_कुमार_अंजान……