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28 Oct 2024 · 1 min read

शब्द नाद ….

शब्द नाद ….

एक शब्द टूट गया
एक शब्द रूठ गया
एक शब्द खो गया
एक शब्द सो गया
एक शब्द आस था
एक शब्द उदास था
एक शब्द देह था
एक शब्द अदेह था
एक शब्द में अगन थी
एक शब्द में लगन थी
एक शब्द जनम था
एक शब्द मरण था
एक शब्द प्यास था
एक शब्द मधुमास था
एक शब्द चन्दन था
एक शब्द क्रंदन था
एक शब्द मोह था
एक शब्द विछोह था

शब्दों की भीड़ थी
हर शब्द में पीर थी
नीर था शब्दों में
शब्द शब्द में
तहरीर थी
आदि का
जब अंत हुआ
तो
शब्द भाव
अनंत हुआ
शब्द
शब्द में मिल गया
और
अंत
परमानंद हुआ

सुशील सरना/

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