शब्द नाद हैं शब्द ब्रह्म हैं, शब्द गीत स्वर धारा हैं !
शब्द नाद हैं शब्द ब्रह्म हैं,
शब्द गीत स्वर धारा हैं !
शब्द आदि हैं, शब्द अंत हैं,
शब्द कथा महिमा अनंत है
विनय प्रीत का गीत अनोखा,
निर्बल का ये सहारा हैं,
शब्द नाद है शब्द ब्रह्म हैं,
शब्द गीत स्वर धारा हैं !
शब्द जीत में शब्द हार में,
शब्द सृजन में या संहार में
शब्द गर्जना शब्द घोष हैं,
शब्द रचित जग सारा है
शब्द नाद है शब्द ब्रह्म है,
शब्द गीत स्वर धारा है !
शब्द ग़ज़ल हैं,शब्द पहल हैं
शब्द गरल हैं शब्द सरल हैं
शब्द सदा नवशील अनोखा
शब्द मधुरतम प्यारा है
शब्द नाद है शब्द ब्रह्म है,
शब्द गीत स्वर धारा है !
अनुराग दीक्षित
२०.०९.१७