शब्द की महिमा
महिमा बड़ी है शब्द की, शब्द है बड़ा महान
ज्ञान और विज्ञान है, ईश्वर अल्लाह का नाम
नवरस भाषाएं अनेकों,प्यार का है पैगाम
शब्द ही शक्तिमान है, शब्द ही है स्वाभिमान
शब्द ही अभिमान हैं, व्यक्ति की पहचान
महिमा बड़ी है शब्द की, शब्द ही है महान
शब्द ही गीता गान हैं, बाइबल और कुरान
गुरु की है अमृतवाणी, गुरु ग्रंथ की शान
शब्द ब्रह्म ओंकार है, वेदों का यह सार
ज्ञान का भंडार है, ये है संसार का सार
कु शब्द संसार में, सदा से है नि:सार
शब्द, शब्द ब्रह्म है, नश्वर नहीं अनंत
शब्दों से पहचान है,संत और असंत
शब्द ही आनंद है, शब्द ही विषाद है
शब्द ही लगाव है, शब्द गहरे घाव हैं
शब्द महक जाएं तो, प्रेम का स्वभाव है
शब्द बहक जाएं तो, घृणा का अलाव है
शब्द संवाद है, शब्द ही विवाद है
शब्द ही विवेक है, शब्द अविवेक है
शब्द मीठे फूल हैं, शब्द तीखे शूल हैं
शब्द गुणवान हैं, दोष की भी खान है
शब्द वाक शक्ति है,व्यक्ति की अभिव्यक्ति है
शब्द औषधि भक्ति है, शब्द मारक शक्ति है
लोकप्रिय वोल हैं, प्रेम के दो बोल हैं
उल्लास है उमंग है, शब्द सत्संग है
घृणा और द्वेष हैं, शब्द ही कुसंग हैं
कहीं न जाए शब्द महिमा, शक्ति असीम है
शब्द मंत्र यंत्र है, धर्म और दीन है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी