शब्दों का चुरा ले गया कोई
शब्दों का चुरा ले गया कोई
कागज़ को भीगो गया कोई
आँखों से सपने ले गया कोई
नज़र नहीं धुंधला गया कोई
Laxman Singh
शब्दों का चुरा ले गया कोई
कागज़ को भीगो गया कोई
आँखों से सपने ले गया कोई
नज़र नहीं धुंधला गया कोई
Laxman Singh